सत्ता के गुरुर में चूर,मगरूर प्रशासक और तानाशाह लेकर बढ़ रहे हैं, विश्व को विनाश की ओर।
विश्व युद्ध की तैयारी।
आज पूरी दुनिया आग के ढेर पर खड़ी है। ईसाई , यहूदी और मुसलमान आपस में लड़ रहे हैं ।रूस, यूक्रेन, ईरान, लेबनान में भीषण युद्ध चल रहा है। चीन, उत्तर और दक्षिण कोरिया, फिलिस्तीन, इजरायल में युद्ध का हो रहा है। छोटे-छोटे मासूम बच्चे बुजुर्ग और नौजवान मौत के घाट उतर रहे हैं। बड़ी-बड़ी इमारतें ,जंगल, समंदर सभी नष्ट हो रहे हैं और बर्बादी की ओर बढ़ रहे हैं। मानवता शर्मसार है, लोग भूख और बीमारी और दुख से बेहाल है। ऐसा लग रहा है कि दुनिया ही समाप्त हो जाएगी। दुनिया कई हिस्सों में बंट चुकी है। हर कोई एक दूसरे को आंख दिखा रहा है। आखिर संसार को हो क्या गया है। लोग क्यों एक दूसरे के प्रति इस कदर क्रूर हो चुके हैं। दौलत और सत्ता के पीछे इतने मगरूर क्यों हो चुके हैं। उन्हें कुछ दिखाई ही नहीं दे रहा है। दर्द और पीड़ा का कहीं कोई स्थान ही नहीं रह गया है धर्म के नाम पर युद्ध हो रहे हैं। जबकि यह सभी जानते हैं की एक ही खुदा की सभी संतान है। सभी आदम और और मनु की औलाद हैं। क्या आप जानते हैं कि यह युद्ध कौन लड़ रहा है। चंद शासक जो अपने देश और मुल्क के नाम पर सत्ता और मगरूरियत से भरे हुए हैं। वह लड़ रहे हैं। उन देशों के प्राणी और लोग नहीं चाहते कि युद्ध हो। अपनी सत्ता और ताकत को बरकरार रखने के लिए यह युद्ध चल रहे हैं।
डॉ निजामुद्दीन अख्तर, वाइस चेयरमैन ह्यूमन राइट्स। उत्तर प्रदेश कांग्रेस।