ग्राम पंचायत जंगल गुलरिहा का जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण
टीकाकरण व पुष्टाहार वितरण कार्य को तेजी से कराये जाने के दिये निर्देश।ग्रामवासियों से पूछा कुशलक्षेम।
बहराइच । जुलाई। जनपद के संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आपदा के दौरान राहत व बचाव कार्यों केे संचालन हेतु की गई तैयारियों का जायज़ा लेने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मोनिका रानी ने तहसील मिहींपुरवा (मोतीपुर) अन्तर्गत सुदूर क्षेत्र में अवस्थित ग्राम पंचायत जंगल गुलहरिया के मजरा सम्पतपुरवा, धर्मापुर रेतिया व रामपुर रेतियां का भ्रमण कर मौजूद ग्रामवासियों से संवाद करते हुए बच्चों की शिक्षा-दीक्षा, जीवकोपार्जन के संसाधनों, बाढ़ के दौरान प्रायः होने वाली कठिनाईयों, आवागमन के संसाधनों के साथ-साथ खेती-बाड़ी व स्थानीय उपज के बारे में जानकारी प्राप्त की।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि ग्राम पंचायत में कटानरोधी कार्यों के लिए कार्ययोजना तैयार की जाय। खण्ड विकास अधिकारी को निर्देश दिया गया कि बाढ़ व कटान के कटान से बेघर हुए लोगों तथा विस्थापित परिवारों को ऊंचे व सुरक्षित सथानों पर विस्थापित करते हुए प्रभावित परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना से आच्छादित भी किया जाय। निरीक्षण के दौरान डीएम ने ग्रामवासियों से टीकाकरण, खाद्यान्न एवं पुष्टाहार वितरण, पशु टीकाकरण, आवागमन के संसाधनों, विद्युत आपूर्ति, सभी प्रकार की पेंशन, आवास इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त की।
ग्रामवासियों ने डीएम ने को बताया कि जल भराव के कारण फसलों की क्षति हुई है। इस सम्बन्ध में डीएम ने तहसील प्रशासन को निर्देश दिया फसलों की क्षति का आंकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें ताकि कृषकों हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के सम्बन्ध में नियमानुसार कार्यवाही की जा सके। पंचायती राज व स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया गया कि जल भराव वाले क्षे़त्रों में समुचित साफ-सफाई के साथ-साथ एण्टीलार्वा का छिड़काव कराया जाय।
निरीक्षण के दौरान मौके पर मौजूद ग्रामवासियों से डीएम ने बच्चों की शिक्षा-दीक्षा, जीवकोपार्जन के संसाधनों, बाढ़ के दौरान प्रायः होने वाली कठिनाईयों, आवागमन के संसाधनों के साथ-साथ खेती-बाड़ी व स्थानीय उपज के बारे में जानकारी प्राप्त की। डीएम ने ग्रामवासियों से पूछा की यहां किसकी खेती होती है तो ग्राम वासियों ने बताया कि यहां मेन्था की खेती की जाती है लेकिन बाढ़ के चलते धान व गन्ना भी क्षतिग्रस्त हो गये है। इसके लिए डीएम ने कृषि विभाग के अधिकारियों से सर्वे कराने को कहा। डीएम ने ग्रामवासियों के आवागमन के लिए नाव के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।
निरीक्षण के दौरान महिलाओं से बच्चों के टीकाकरण व पुष्टाहार वितरण तथा आंगनबाड़ी केन्द्र द्वारा संचालित गतिविधियों तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्री व एएनएम के ग्राम भ्रमण के बारे में प्रतिकूल तथ्य प्रकाश में आने पर डीएम द्वारा कर्तव्यों के प्रति उदासीनता पर सीडीपीओ व सुपर वाइजर का वेतन रोकने के निर्देश दिये। इस अवसर पर खण्ड विकास अधिकारी मिहींपुरवा अजीत कुमार सिंह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।